LIC Jeevan Lakshya: LIC की शानदार स्कीम, पॅालिसीहोल्डर की मृत्यु के बाद कंपनी उठाती है प्रीमियम का खर्च- जानें डिटेल्स
इस पॅालिसी में कंपनी ही पॅालिसीहोल्डर की मौत होने के बाद प्रीमियम का खर्च उठाती है. और 10 प्रतिशत हिस्सा सम अश्योर्ड के रुप में हर साल नॅामिनी को मिलता है.
देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॅारपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) समय-समय पर लोगों को ध्यान में रखकर पॅालिसी ऑफर करती रहती है. इन पॅालिसीज में इस बात का ध्यान रखा जाता है, कि लोगों को अच्छे रिटर्न की गारंटी के साथ-साथ पैसे की सिक्योरिटी भी मिले. एलआईसी की जीवन लक्ष्य पॅालिसी ऐसी ही कुछ पॅालिसीज में से एक है. जिसमें पॅालिसीहोल्डर की मौत हो जाने के बाद भी पॅालिसी अपनी मैच्योरिटी को पूरा करती है. इस पॅालिसी में कंपनी ही पॅालिसीहोल्डर की मौत होने के बाद प्रीमियम का खर्च उठाती है. और 10 प्रतिशत हिस्सा सम अश्योर्ड के रुप में हर साल नॅामिनी को मिलता है.
आइए जानते हैं पॅालिसी के लिए क्या है एलिजिबिलिटी
एलआईसी जीवन लक्ष्य स्कीम की अवधि 13 से 25 साल है. जिसमें 18 से 55 साल तक की उम्र के लोग इंवेस्ट कर सकते हैं. प्रीमियम का भुगतान मैच्योरिटी की तिथि से 3 साल पहले तक करना होता है. मैच्योरिटी की अधिकतम आयु 65 वर्ष है. पॅालिसीहोल्डर को इस प्लान में 1 लाख रुपये तक का सम अश्योर्ड राशि मिलती है. इस बीमा स्कीम में आपको हर महीने, 3 महीने, 6 महीने और सालाना प्रीमियम जमा कर सकते हैं.
क्या है इस स्कीम का डेथ बेनिफिट
TRENDING NOW
इस पॅालिसी में अगर बीमाधारक की मौत मैच्योरिटी पूरी होने के पहले हो जाती है तो कंपनी उसका बाकी का बकाया प्रीमियम भरती है. और मैच्योरिटी होने के पहले तक हर साल सम अश्योर्ड का 10 परसेंट नॅामिनी को दिया जाता है. मैच्योरिटी के बाद पूरा अमाउंट नॅामिनी को दिया जाता है.
05:15 PM IST